चिमूर – दुनीया ग्लोबल वार्मिंग से जुझ रही है. सिंमेट के जंगलो ने प्राकृतीक संसाधनो को अपरिमीत क्षती पहुंचाई है. हम वृक्षारोपन कर अपनी जबाबदेही को नकार देते है. इससे एक कदम आगे निकलकर वृक्षसंवर्धन की ओर बढने की आवश्यकता है. यह प्रतिपादन रोटेरीयन व पूर्व कुलसचिव डॉ. विजय आईंचवार ने किया. वे रोटरी क्लब चिमूर की ओर से आयोजीत पदग्रहन समारोह मे बतौर अध्यक्ष बोल रहे थे.
इस समय मंच पर रोटरियन मुकुंद मुंदडा, रोटरियन मुरली लाओटी, निवर्तमान अध्यक्ष वैभव लांडगे, निवर्तमान सचिव विनोद भोयर, नवनियुक्त अध्यक्ष विशाल गंपावार, सचिव कैलास धनोरे, आदी उपस्थित थे. आईंचवार ने बताया की हर रोटेरीयन को कृतज्ञता का भाव रखना होगा ताकी मै की जगह हम की भावना को पुख्ता किया जा सके. उन्होने आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता व आत्मसंवर्धन की त्रिसुत्री को अपनाने पर बल देकर अपनी प्रतिभा को पहचानने की अपील रोटेरीयन सदस्यो से की.
इस समारोह मुरली लाहोटी ने कहा, मानव निरंतर प्रगती पथ पर अग्रसर रहा है. आधुनिकता की अंधी दौड मे हम पर्यावरण को निरंतर हानी पहुचा रहे है. इसलिये पतली पालीथिन थैली का उपयोग ना करे. बाजार जाते समय कपडे की थैली घर से लेकर जाये. आनेवाली पीढी स्वस्थ रहे, शक्तिशाली रहे इसलिये प्लास्टीक निर्मुलन करणे का संकल्प करे ऐसा आवाहन लाहोटी इन्होने किया.
इस समारोह मे सांसद डा. नामदेवराव किरसान, विधायक बंटी भांगडिया यह आमंत्रित थे, लेकिन कुछ कारणवश यह दोनो महानुभाव उपस्थित नही रहे, लेकिन सांसद किरसान इन्होने ऑनलाईन शुभेच्छा संदेश भेजा था.
कार्यक्रम के सफतार्थ डॉ. महेश खानेकर, कुशाब रोकडे, पवन ताकसांडे, श्रेयश लाखे, पवन बंडे, दिनेश कठाणे, सचिन बघेल, गणेश शास्त्रकर, जयंत गौरकार एवं सभी रोटरीयन ने प्रयास किया.