योगेश मेश्राम (विशेष प्रतिनिधी, चिमूर) चिमूर के ग्रामगीता में सामाजिक समता पर्व के अंतर्गत समान संधी केंद्र द्वारा भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर इनकी 132 वी जयंती के उपलक्ष मे 1 अप्रेल से 30 अप्रेल तक विविध कार्यक्रमो का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर जयंती कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आमिर धमानी इनकी अध्यक्षता मे किया गया।
इस अवसर पर प्रा. रोहित चांदेकर (सूक्ष्म-जीवशास्त्र विभाग), प्रा. अरुण पिसे (वाणिज्य विभाग), प्रा. डॉ. निलेश ठवकर (नॅक समन्वयक), प्रा. डॉ. मृणाल वऱ्हाडे (समान संधी केंद्र संयोजक) और प्रा. विवेक माणिक (पर्यावरण शास्त्र विभाग) आदि प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में प्रा. रोहित चांदेकर ने भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर इनकी अध्ययन के प्रति रुचि, जिज्ञासा और मेहनत तथा उनके सामाजिक परिवर्तन हेतु किए गए कार्यों पर मार्गदर्शन किया। प्रा. अरुण पिसे ने बताया की महापुरूषो के विचारों को किस प्रकार से हम अपने जीवन मे आत्मसात करके खुद को सफल बना सकते हैं। प्रा. डॉ. निलेश ठवकर ने अपने मताधिकार के विषय में मार्गदर्शन किया । प्रा. विवेक माणिक ने डॉ. बी. आर. आंबेडकर विद्यार्थीयों के लिए सर्वोत्तम आदर्श है ऐसा मत व्यक्त किया। प्रा . डॉ. मृणाल वऱ्हाडे ने अपनी प्रस्तावना में समानता और वंचित दुर्बल वर्गो के विकास को लेकर इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन करना चाहिये और विचारो को आचरण मे लाना चाहिये ऐसा मत व्यक्त किया। महाविद्यालय की छात्रा कु. प्राजक्ता तांबरे ने स्त्री समानता और शिक्षा के विषय पर अपना मत रखा और कु. समीक्षा मेश्राम ने गीत की प्रस्तुती की।
अपने अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य डॉ. आमिर धमानी ने भारतरत्न डॉ. बी. आर. आंबेडकर द्वारा भारतीय चतुर्वणी॔य व्यवस्था पर आघात करते हुए किए गए सामाजिक परिवर्तन पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
कार्यक्रम का आयोजन डॉ. मृणाल वऱ्हाडे व संचालन महाविद्यालय की छात्रा कु. कोमल डहारे ने और आभार प्रदर्शन प्रा. विवेक माणिक ने किया। कार्यक्रम मे महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारीगण और बहुसंख्या मे विद्यार्थी उपस्थित थे।