✒️अनिल बेदाग(विशेष प्रतिनिधी)
मुंबई(दि.12फेब्रुवारी):- संगीत में वह जादू होता है कि मनुष्य उन पलों में सबकुछ भूलकर धुन में खो जाता है। कोरोना काल के बाद के इस टेंशन भरे माहौल में भक्ति गीत दिल को सुकून पहुंचाने का अधिक काम करने लगे हैं। इसलिए अमित कुमार गुप्ता एक भक्ति गीत लेकर हाज़िर हुए हैं जिसमें शांति है, सुकून है, मेलोडी है।इस वर्ष 2023 का उनका पहला गीत था काली काली रात, जिसे दर्शकों का शानदार रेस्पॉन्स मिला था। और अब अमित कुमार गुप्ता जो एकेजी के नाम से दुनिया भर में जाने जाते हैं, एक डिवोशनल सॉन्ग लेकर आए हैं जिसका नाम है ‘साँवरे’। साँवरे एक बहुत ही लोकप्रिय पारंपरिक राधा कृष्ण भजन है, इसको अमित कुमार गुप्ता ने रिक्रिएट किया है।
“साँवरे” दरअसल क्लासिक राधा – कृष्ण भजन का एक समकालीन रूप है। गिटार का इस्तेमाल, भावनाओ से भरी आवाज़ और सुंदर मेलोडी से भरा यह गीत किसी लोकगीत के बजाय एक नया इंडी गीत प्रतीत होता है और यह कमाल किया है एकेजी ने जो प्रतिभाशाली अमित कुमार गुप्ता का संक्षिप्त रूप है। वह एक असाधारण कलाकार हैं जो अध्यात्म के प्रति गहरा झुकाव रखते हैं। उनके सरल गीत, मेलोडीज़ से भरा संगीत और भावपूर्ण आवाज एक अद्भुत आकर्षण पैदा करती है और श्रोताओं को एक आंतरिक सफर पर ले जाती है।
एकेजी ने एक अल्बम बनाया है मुद्दतों बाद, इसका पहला गीत काली काली रात रिलीज हो कर लोकप्रिय हो चुका है। अब साँवरे इस एल्बम का दूसरा गीत है। इसको आजकल के संगीत के हिसाब से तैयार किया गया है। इसे खुद अमित कुमार गुप्ता ने गाया है। इसके वीडियो की खास बात यह है कि वृंदावन में जाकर इसे शूट किया गया है। इसमें कृष्णा और राधा के किरदार को जिसने अदा किया है, वे इस्कॉन में पिछले दस साल से गाती हैं और इस्कॉन में सेवा कर रही हैं, और रास लीला के कार्यक्रमों में अभिनय भी करती आ रही हैं।