
सुयोग सुरेश डांगे(विशेष प्रतिनिधी)
चिमूर(दि.26मार्च):-ग्रामगीता महाविद्यालय, चिमूर के करियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट सेल तथा समान संधि केंद्र द्वारा ज्ञानज्योति एजुकेशन, पुणे, नागपुर शाखा के सहयोग से “सरकारी सेवाओं में अवसर” पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. सुनंदा आस्वले, प्राचार्य, ग्रामगीता महाविद्यालय, चिमूर, सेमिनार के मार्गदर्शक श्री. चैतन्य भारत, मेंटर यूपीएससी और एमपीएससी, ज्ञानज्योति एजुकेशन, श्री. अभय झाडे, मार्केटिंग मैनेजर, ज्ञानज्योति एजुकेशन, डॉ. नीलेश ठवकर, आईक्यूएसी समन्वयक, डॉ. मृणाल वऱ्हाडे, संयोजक, करियर काउंसलिंग और प्लेसमेंट सेल और सुश्री सरताज शेख, संयोजक, समान संधि केंद्र उपस्थित थे।
प्रमुख मार्गदर्शक और वक्त के रूप में उपस्थित श्री. चैतन्य भारत ने एमपीएससी और यूपीएससी परीक्षा के पाठ्यक्रम और उनके पैटर्न के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अपने व्याख्यान के दौरान उन्होंने छात्रों को मजबूत अवधारणा के साथ अपनी बुनियादी बातों को बनाने के लिए प्रेरित किया और बताया कि सरकारी सेवाओं के अवसरों को कैसे भुनाया जाए। अतिथि श्री. अभय झाडे ने अपने भाषण के दौरान राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक समय प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने एक निश्चित समय अवधि में परीक्षा लिखने के लिए सामान्य ज्ञान, आत्मविश्वास और सोचने की शक्ति के बारे में अपने विचार साझा किए। डॉ. नीलेश ठवकर ने छात्रों
को समर्पण के बारे में बताया जिसके माध्यम से कोई भी छात्र अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ. सुनंदा आस्वले ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया तथा परीक्षा की तैयारी के बारे में बताया। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल होने की स्थिति में विद्यार्थियों के पास अपने भविष्य को लेकर अगली योजना तैयार रहनी चाहिए , जो निश्चित रूप से उन्हें मानसिक अवसाद से बचाएगी।
डॉ. मृणाल वऱ्हाडे ने परिचयात्मक भाषण दिया तथा कार्यक्रम का संचालन किया। गणित विभाग प्रमुख श्री. नागेश ढोरे ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में सभी संकायों के विद्यार्थी, सभी शिक्षक तथा गैर-शिक्षण कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
